Malware & Virus में अंतर 

अक्सर लोग मैलवेयर और वायरस लो लेकर कन्फ्यूज रहते है.

वायरस वास्तव में एक स्पेशल टाइप का अटैक होता है, जो आपके कंप्यूटर के या तो इन्फेक्टेड USB या पेन ड्राइव से संपर्क में आने या बूट होने के कारण होता है. एक इन्फेक्टेड प्रोग्राम के डाउनलोड और लांच के द्वारा वायरस सिस्टम में आ जाता है.

मैलवेयर एक प्रकार के प्रोग्राम या सॉफ्टवेर होता है जिसका उपयोग दुर्भावना पूर्ण उद्देश्य से किया जाता है.  यह कंप्यूटर और कंप्यूटर नेटवर्क पर अटैक करके नुकसान पहुंचता है.

मैलवेयर और वायरस को ज्यादातर एक ही सॉफ्टवेयर प्रोग्राम माना जाता है लेकिन आमतौर पर इनके अर्थ अलग-अलग  हैं। इस प्रकार, मालवेयर और वायरस के बीच के अंतर को जानना महत्वपूर्ण है क्योंकि ये दोनों शब्द तकनीकी रूप से एक दूसरे से भिन्न हैं।

मैलवेयर एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जिसे कंप्यूटर सिस्टम में अनधिकृत पहुंच (अनौथोराइज़ड एक्सेस  ) प्राप्त करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, आमतौर पर तीसरे पक्ष (थर्ड पार्टी ) के लाभ के लिए।

वायरस एक कोड है जो खुद को विभिन्न फाइलों और प्रोग्राम्स में संलग्न (अटैच)करता है जो इस तरीके से संक्रमित होते हैं कि वे एक डिवाइस को बाधित (ऑब्स्ट्रक्ट)और भ्रष्ट (करप्ट) कर सकते हैं।

वायरस के प्रकारों में शामिल हैं बूट सेक्टर  मल्टीपार्टिटे  स्पेसफिलर रेजिडेंट  पोलीमॉर्फिक  फ़ाइल इंफेक्टर  डायरेक्ट एक्शन  मैक्रो

मैलवेयर के प्रकारों में शामिल हैं वायरस  ट्रोजन वॉर्म  रैंसमवेयर स्पाइवेयर एडवेयर

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